नई दिल्ली:
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र हुड्डा की कुछ टिप्पणियों को लेकर उन्हें फटकार लगाई, जब शशि थरूर ने सदन के सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद ‘जय हिंद, जय संविधान’ का नारा लगाया।
श्री थरूर के लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के दौरान जब विपक्षी सदस्यों ने ‘जय संविधान’ का नारा लगाया तो श्री बिरला ने टिप्पणी की, “वह पहले से ही संविधान की शपथ ले रहे हैं।”
इस बिंदु पर रोहतक से सदस्य श्री हुड्डा ने कहा कि अध्यक्ष को इस पर आपत्ति नहीं करनी चाहिए।
अध्यक्ष ने श्री हुड्डा को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे इस बारे में कोई सलाह न दें कि मुझे किस बात पर आपत्ति करनी चाहिए या किस पर नहीं। आप अपनी सीट पर बैठ जाइए।”
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आश्चर्य जताया कि क्या संसद में ‘जय संविधान’ नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जब सत्ताधारी पार्टी के लोगों ने संसद में असंसदीय और असंवैधानिक नारे लगाए तो उन्हें नहीं रोका गया, लेकिन जब विपक्षी सांसदों ने ‘जय संविधान’ के नारे लगाए तो उन पर आपत्ति जताई गई।”
श्रीमती गांधी ने कहा, “चुनावों के दौरान उभरी संविधान विरोधी भावना ने अब नया रूप ले लिया है, जो हमारे संविधान को कमजोर करने का प्रयास कर रही है।”
कांग्रेस महासचिव ने पूछा, ‘‘क्या संविधान, जिसके आधार पर संसद चलती है, जिसके आधार पर प्रत्येक सदस्य शपथ लेता है, जो जीवन और आजीविका की सुरक्षा देता है, का विरोध विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया जाएगा?’’
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)