भुवनेश्वर:
ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने 4 जून को होने वाली मतगणना से पहले सोमवार को 16वीं ओडिशा राज्य विधानसभा भंग कर दी।
ओडिशा संसदीय कार्य विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, “भारत के संविधान के अनुच्छेद-174 के खंड (2) (बी) द्वारा मुझे प्रदत्त शक्ति के अनुसार, मैं आदेश देता हूं कि भारत के चुनाव आयोग की अधिसूचना संख्या 308/ओआर-एलए/2019 दिनांक 25 मई, 2019 द्वारा गठित ओडिशा विधानसभा, भारत के चुनाव आयोग द्वारा नव निर्वाचित विधायिका के गठन की तारीख से प्रभावी रूप से भंग हो जाएगी।”
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक में राज्यपाल दास को राज्य विधानसभा के 16वें सत्र को भंग करने की सिफारिश की गई थी।
मुख्यमंत्री राज्य विधानसभा में रिकॉर्ड छठी बार जीत का सिलसिला जारी रखते हुए सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।
इस बीच, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य इस बार सत्तारूढ़ बीजू जनता दल से सत्ता छीनना है।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न एजेंसियों द्वारा किये गये एग्जिट पोल सर्वेक्षणों में लोकसभा चुनावों में विपक्षी भाजपा को भारी लाभ मिलने का अनुमान लगाया गया है।
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)