श्रीलंका की जनता शनिवार को नए राष्ट्रपति के लिए मतदान करेगी, जो अभूतपूर्व आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में भविष्य के सुधारों को तय करने में महत्वपूर्ण होगा।
17 मिलियन से अधिक श्रीलंकाई अपने अगले राष्ट्रपति के लिए मतदान करने के पात्र हैं, जिनका कार्यकाल पांच वर्ष का होगा।
कौन-कौन नामांकित हैं?
श्रीलंका के चुनाव पैनल ने मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित 39 उम्मीदवारों के नामांकन को मंजूरी दे दी है। एक उम्मीदवार की बाद में मृत्यु हो गई। सबसे आगे चल रहे उम्मीदवारों में नेशनल पीपुल्स पावर पार्टी के नेता अनुरा कुमारा दिसानायका और समागी जना बालवेगया पार्टी के विपक्ष के नेता सजीथ प्रेमदासा शामिल हैं।
उम्मीदवारों ने कैसे प्रचार किया?
मौजूदा राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने 17 अगस्त को ऐतिहासिक शहर अनुराधापुरा में अपनी पहली रैली की। यह उनकी लगभग 100 रैलियों में से पहली थी। उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों ने भी लगभग एक दर्जन रैलियां कीं।
चुनाव प्रचार बुधवार मध्य रात्रि को समाप्त हो गया, अर्थात चुनाव से 48 घंटे पहले।
चुनाव प्रक्रिया क्या है?
श्रीलंका में फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट प्रणाली का पालन किया जाता है, जिसके तहत मतदाता तीन उम्मीदवारों को चुन सकते हैं। कुल मतों में से कम से कम 50% या उससे अधिक मत प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाता है।
यदि किसी भी उम्मीदवार को पहले चरण में 50% वोट नहीं मिलते हैं, तो दो अग्रणी उम्मीदवारों के बीच दूसरे चरण के लिए कानूनी प्रावधान है। करीबी मुकाबले को देखते हुए, श्रीलंका में मतदान प्रणाली की शुरुआत के बाद से चार दशकों में पहली बार दूसरी बार मतगणना हो सकती है।
वोटों की गिनती कैसे होगी?
श्रीलंका के लोग हज़ारों मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच अपने वोट डालेंगे। उसके बाद सरकारी कर्मचारी चुनाव आयोग के अधिकारियों, चुनाव पर्यवेक्षकों और उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की निगरानी में वोटों की गिनती करेंगे।
मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 4 बजे समाप्त होगा। इसके तुरंत बाद मतगणना शुरू होगी।
परिणाम कब घोषित होंगे?
चुनाव आयोग द्वारा विजेता की औपचारिक घोषणा संभवतः रविवार को की जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह आमतौर पर उसी दिन होता है।