बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मंदी का रुझान अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा क्योंकि निवेशक मध्य-पूर्व में भू-राजनीतिक अनिश्चितता, बढ़ी हुई बांड पैदावार और कॉर्पोरेट कमाई के मौसम से जूझ रहे हैं।